14 April, 2011

खुश हूँ...


जिंदगी  है  छोटी, हर  पल  में  खुश  हूँ ,
कॉलेज में खुश हूँ,  घर  में  खुश  हूँ,

आज पनीर नहीं है, दाल  में  ही  खुश  हूँ,
आज  गाडी  में  जाने  की  हैसियत  नहीं,  दो  कदम  चल  के   ही  खुश  हूँ ,

आज  दोस्तों  का  साथ  नहीं , किताबें  पढ़के  ही  खुश  हूँ ,
आज  कोई  नाराज़  है , उसके  इस  अंदाज़  में  भी  खुश  हूँ ,

मिला  है  धोका  यहाँ  अपनों  से  भी , इस  हाल  में  खुश  हूँ ,
जिसको  देख  नहीं  सकते ,  उसकी  आवाज़  में  ही  खुश  हूँ ,

जिसको  पा  नहीं  सकते ,  उसकी  याद  में  ही  खुश  हूँ ,
बीता  हुआ  कल  जा  चूका  है , उसकी  मीठी  यादें  है ,  उनमे  ही  खुश  हूँ ,

आने  वाले  पल  का  पता  नहीं , सपनो  में  ही  खुश  हूँ ,
हँसते  हँसते  ये  पल बीतेंगे , आज  में  ही  खुश  हूँ !

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