21 April, 2011

तुमसे प्यार करते हैं हम...

हर रात चाँद और सितारे नज़र आते हैं
पर ना तुम आते हो ,
ना ही तुम्हारे आने के आसार नज़र आते हैं

राहों में खड़े रहे हम सुबह से शाम हो गयी,
अब तो ऐसा लगता है , जैसे हर
कोशिश नाकाम हो गयी |

तुम्हारे क़दमों के निशान आज भी नज़र आते हैं
पर ना तुम आते हो , ना ही
तुम्हारे आने के आसार नज़र आते हैं |

पलट कर भी नहीं देखा, कुछ सोचा भी नहीं ,
हम तो तुम्हे अपना कहते थे
पर तुमने हमे अपना समझा ही नहीं

कितनी आसानी से हर रिश्ता तोड़ दिया तुमने
क्या खता की जो रास्ते में छोड़ दिया तुमने |

कितने मौसम आते हैं और आकर गुज़र जाते हैं
पर ना तुम आते हो , ना ही
तुम्हारे आने के आसार नज़र आते हैं |

एक दिन मेरी आवाज़ तुम तक जायेगी ज़रूर,
जिसे सुन कर तुम्हारे दिल से आह निकलेगी ज़रूर
तब तुम जान जाओगे , तुमसे प्यार करते हैं हम |

तुम्हारी बेवफाई भी वफ़ा लगी हमको
इसलिए तो आज तक तुम्हारा
इंतज़ार करते हैं हम .....


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