ऐसा भी हो कभी उससे मिला दे कोई
कैसा है वो इतना तो बता दे कोई
वो तो खोया है अपनी रंगों की दुनिया में
मेरे दिल का हाल उसे बता दे कोई
उसका मासुमियत भरा चेहरा निहारू जी भर के
सोयी हुई प्यास फिर से जगा दे कोई
अब उससे रूबरू मिला दे कोई
सूखी है मेरी पलकों की जमीं
बस आज तो जी भर के रुला दे कोई
ना जाने कितनी रातें गुजर गयी राह ताकते-ताकते
अब जो वो ना मिले तो...
चैन की नींद सुला दे कोई!
nice yaa :)
ReplyDelete@ niharika: Thnx for the appreciation :)
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